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Feb 16 2024, 13:10

'इमरान और उसके साथियों ने मुझे बड़ी हानि पहुंचाने की कोशिश की', सांसद साध्वी प्रज्ञा ने सिंधिया से की एक्शन की मांग

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से भारतीय जनता पार्टी सांसद साध्वी प्रज्ञा को आकासा एयर (Akasa Air) की फ्लाइट में हानि पहुंचाने का प्रयास किया गया है। साध्वी प्रज्ञा ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर साध्वी प्रज्ञा ने पोस्ट कर कहा, 'उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधियाजी मुंबई से दिल्ली के लिए उड़ने वाली आकासा एयर की फ्लाइट संख्या QP1120 से दिल्ली आने पर ड्यूटी मैनेजर इमरान और उसके साथियों ने षड्यंत्र कर मुझे बड़ी हानि पहुंचाने की कोशिश की। अपेक्षा करती हूं आप कार्रवाई अवश्य करेंगे।' 

हालांकि, साध्वी प्रज्ञा ने अपने पोस्ट में यह नहीं बताया है कि फ्लाइट में किस प्रकार उनके साथ कैसा बर्ताव किया गया। उनकी पोस्ट पर कई लोग पूरी घटना शेयर करने की मांग भी कर रहे हैं। इससे पहले वर्ष 2019 में भी सांसद साध्वी प्रज्ञा का फ्लाइट की यात्रा के चलते एक विवाद सामने आ चुका है। दरअसल, तब दिल्ली से भोपाल की एक फ्लाइट में सवार प्रज्ञा ठाकुर को सीट के चक्कर में यात्रियों के गुस्से का सामना करना पड़ा, सोशल मीडिया पर जिसका वीडियो वायरल हुआ था। 

वीडियो में एक यात्री ने साध्वी प्रज्ञा से कहा था कि आपको शर्म नहीं है कि आप इस प्रकार का बर्ताव कर रही हैं। दरअसल, 23 दिसंबर 2019 को साध्वी प्रज्ञा दिल्ली से भोपाल जाने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट में सवार हुई थीं। इस के चलते सीट को लेकर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की क्रू मेंबर से विवाद हो गया था, सीट की मांग को लेकर वह विमान में ही धरने पर बैठ गईं थीं। इस बीच यात्रियों ने विमान में साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था तथा उनके बर्ताव की निंदा की थी।

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Feb 16 2024, 12:39

'राम मंदिर से पीएम मोदी का ग्राफ बढ़ा, उसे गिराना है..', आंदोलन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल का आया बयान

किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है। किसान आंदोलन की एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे कहा था कि अगर पीएम मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ नीचे चला जाए तो सरकार कुछ भी मान लेगी। दल्लेवाल ने पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प का हवाला दिया और दावा किया कि यह पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकाल के पतन का संकेत है।

दल्लेवाल ने आगे कहा कि देश में कोई लोकतंत्र नहीं है, क्योंकि प्रदर्शनकारियों को दिल्ली की ओर मार्च करने से रोका गया। उन्होंने हरियाणा में पुलिस और प्रशासन द्वारा उठाए गए बैरिकेड्स का हवाला देते हुए दावा किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर हमला किया और कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए, लेकिन किसी ने पुलिस पर पथराव नहीं किया। हालाँकि, प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस कर्मियों पर पथराव करने के वीडियो सामने आए हैं, जिसमें पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दल्लेवाल ने दावा किया कि भाजपा ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने का वादा किया था। 

उन्होंने दावा किया कि घोषणा पत्र में वादा करने के बावजूद भाजपा इसे लागू करने से पीछे हट गयी। वास्तव में, 2014 के भाजपा के घोषणापत्र में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट या सिफारिशों का कोई विशेष उल्लेख नहीं था। घोषणापत्र के "कृषि - उत्पादकता, वैज्ञानिक और पुरस्कृत" खंड में उल्लेख किया गया है कि पार्टी "उत्पादन लागत, सस्ते कृषि इनपुट और ऋण पर न्यूनतम 50% लाभ सुनिश्चित करके कृषि में लाभप्रदता बढ़ाने के लिए कदम उठाएगी।" 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोकसभा चुनाव 2014 से पहले अपने राजनीतिक भाषणों के दौरान MSP की गणना के लिए स्वामीनाथन आयोग द्वारा दिए गए एक समान फॉर्मूले का सुझाव दिया था। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट रूप से यह उल्लेख नहीं किया कि उनकी पार्टी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करेगी। बता दें कि, जब से पीएम मोदी सत्ता में आए हैं, केंद्र सरकार ने लगातार MSP में वार्षिक वृद्धि की है। इसके अलावा, प्रासंगिक आंकड़ों से पता चलता है कि स्वामीनाथन फार्मूले द्वारा MSP और सरकार द्वारा इस्तेमाल किए गए फार्मूले के बीच का अंतर समय के साथ कम हो रहा है। उदाहरण के लिए, गेहूं के लिए मौजूदा MSP 2,275 रुपये प्रति क्विंटल है, और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के साथ, यह 2,478 रुपये होगा। हालाँकि, कुछ मामलों में, अंतर बहुत अधिक है। उदाहरण के लिए, सैफ्लावर के मामले में, अंतर लगभग 2,321 रुपये है। जहां सरकार इस अंतर को भरने और किसानों की आय बढ़ाने की कोशिश कर रही है, वहीं प्रदर्शनकारी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को तत्काल लागू करना चाहते हैं, जिसके गंभीर आर्थिक परिणाम होंगे। डेटा से पता चलता है कि यह सरकार की व्यय संरचना को गंभीर रूप से प्रभावित करेगा और सरकार को बुनियादी ढांचे और रक्षा सहित परियोजनाओं के वित्त पोषण में कटौती करने के लिए प्रेरित करेगा।

इसके अलावा, यह सीखना भी जरूरी है कि MSP की गणना कैसे की जाती है। केंद्र सरकार एक फॉर्मूले का उपयोग करके न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) निर्धारित करती है जो उत्पादन लागत पर विचार करती है और इन खर्चों का डेढ़ गुना मूल्य निर्धारित करती है। यह दृष्टिकोण स्पष्ट लागत (ए 2) पाता है, जिसमें बीज, उर्वरक, कीटनाशक, ईंधन, सिंचाई, किराए पर श्रम और पट्टे पर दी गई भूमि जैसे सामानों के लिए भुगतान और परिवार के सदस्यों (एफएल) द्वारा किए गए अवैतनिक श्रम का अनुमानित मूल्य शामिल है। विशेष रूप से, सरकार कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों के साथ-साथ राज्य सरकारों और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों के विचारों के आधार पर 22 अनिवार्य फसलों के लिए एमएसपी निर्धारित करती है।

दल्लेवाल ने क्या कहा ?

दल्लेवाल ने बताया कि यदि चुनाव के बाद शासन बदलता है, तो प्रदर्शनकारियों को वर्तमान सरकार द्वारा की गई प्रतिबद्धता को पूरा करना होगा; वे कह सकते हैं कि उन्होंने प्रतिबद्धताएं नहीं निभाईं और किसानों को प्रयास फिर से शुरू करने होंगे। ऐसा करने का तरीका देश में पीएम मोदी की लोकप्रियता पर प्रहार करना था। उन्होंने कहा, “मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ मंदिर (अयोध्या में राम मंदिर का जिक्र करते हुए) के कारण बढ़ा है। मैं हर किसी से कहता रहता हूं कि हमें उसके ग्राफ को कम करने का एक तरीका खोजना चाहिए। जब तक उनका ग्राफ कम नहीं होगा, तब तक वह कुछ नहीं करेंगे। हालाँकि, अगर सरकार को लगता है कि उनका ग्राफ गिर रहा है तो वह किसी भी बात पर सहमत होंगे।''

हालाँकि, कुछ आलोचकों का ये भी कहना है कि, पीएम मोदी की लोकप्रियता के ग्राफ के बारे में बयान से संकेत मिलता है कि किसान विरोध के पीछे राजनीतिक प्रतिशोध है। इसे आगामी चुनावों के लिए विपक्षी दलों को राजनीतिक फायदा पहुंचाने की कोशिश के तौर पर देखा जा सकता है। पिछली बार भी किसान आंदोलन के बाद यूपी में चुनाव हुए थे, जिसमे विपक्ष की करारी हार हुई थी। इस पर किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा था कि, हमने तो पिच तैयार करके दी थी, उन्हें (विपक्ष को) खेलना ही नहीं आया। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि, मौजूदा आंदोलन भी केवल इस लोकसभा चुनाव के लिए है।

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Feb 16 2024, 12:25

दिल्ली में आगलगी की बड़ी घटना, पेंट फैक्ट्री में आग लगने से 11 लोगों की मौत, चार झुलसे, 22 दमकल ने किसी तरह पाया काबू


 दिल्ली में एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई है। दिल्ली में अलीपुर की पेंट फैक्ट्री में आग लग गई थी। प्राप्त खबर के अनुसार, यहां 11 लोगों की झुलसने से मौत हो गई तथा 4 लोग चोटिल हो गए। दमकल के 22 वाहनों ने आग पर नियंत्रण पाया है। अधिकतर मृतक लोगों को पहचान पाना मुश्किल है। उनके शरीर पूरी तरह जल चुके हैं। मृतक फैक्ट्री के ही लेबर बताए जा रहे हैं। जिस समय आग लगी उस वक़्त वे आग को बुझाने में लगे थे। 

इसी के चलते पेंट बनाने वाले केमिकल का ड्रम विस्फोट कर गया। फैक्ट्री में लगी भीषण आग की घटना में बताया जा रहा है कि मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। फैक्ट्री के अंदर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। बता दें कि दिल्ली का अलीपुर घनी आबादी वाला क्षेत्र है। इसी भीड़ भरे क्षेत्र में पेंट फैक्ट्री चल रही थी। बृहस्पतिवार शाम यहां आग भड़क गई और केमिकल की वजह से आग बढ़ती और फैलती चली गई। इसकी वजह से फैक्ट्री में उपस्थित लोग जल गए।

वही पहले तीन लोगों की मौत की खबर आई थी, मगर देर रात सामने आए अपडेट में पता चला कि 11 लोगों की झुलसने मौत हुई है। आग लगने की वजह से क्षेत्र में हाहाकार की स्थिति बन गई। खबर प्राप्त होने पर दमकल के 22 वाहन मौके पर पहुंचे तथा आग पर काबू पाया। देर रात तक झुलसे हुए लोगों की पहचान नहीं हो सकी थी। आग में जले कुछ लोगों को हॉस्पिटल ले जाया गया। कुछ की मौके पर ही मौत हो गई। आग कैसे लगी, अभी इस बारे में कोई खबर सामने नहीं आई है।

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Feb 16 2024, 12:22

MP में लुटेरी लड़कियों के गैंग ने मचाया उत्पात, सरेआम युवक के गले से खींचकर ले गई सोने की चेन

 मध्य प्रदेश के गुना में लुटेरी लड़कियों का गिरोह सामने आया है। आरोप है कि युवतियों के इस गिरोह ने एक युवक को निशाना बनाते हुए डेढ़ तोले की सोने की चेन लूट ली तथा फरार हो गईं। जिस स्थान पर लूटपाट की इस घटना को अंजाम दिया गया, वहां लगे CCTV में ये घटना कैद हो गई है। वहीं जो CCTV फुटेज सामने आए हैं, उनमें युवतियां युवक से विवाद करती दिखाई दे रही हैं। फिलहाल पुलिस आरोपियों की जाँच में जुटी है।

आरोप है कि जिस समय युवतियां उत्तम यादव नाम के युवक के साथ घटना को अंजाम दे रहीं थीं, उस वक़्त आसपास खड़े लोग तमाशबीन बने हुए थे। युवतियों ने उत्तम के साथ मारपीट करते हुए उसके हाथ और पीठ में काट लिया। पीड़ित ने एक युवती का हाथ पकड़ा तो उसने हाथ में दांतों से काट लिया तथा भाग गईं। पीड़ित शख्स ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की। घटना की खबर प्राप्त होने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची तथा जायजा लिया। सिटी कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे CCTV फुटेज चेक किए, इसी के साथ युवक उत्तम यादव के बयान दर्ज किए गए हैं।

पीड़ित शख्स ने पुलिस को बताया कि उस पर अचानक हमला किया गया। दो युवतियों के साथ एक लड़का भी मौजूद था। युवतियों ने मारपीट की एवं दांतों से काट लिया तथा डेढ़ तोले की सोने की चेन भी लूट ली। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में तहकीकात आरम्भ कर दी है। वह मौजूद लोगों का कहना है कि जिस प्रकार युवतियों की गिरोह ने घटना को अंजाम दिया, वो बेहद हैरान कर देने वाला है।

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Feb 16 2024, 12:22

MP में लुटेरी लड़कियों के गैंग ने मचाया उत्पात, सरेआम युवक के गले से खींचकर ले गई सोने की चेन

 मध्य प्रदेश के गुना में लुटेरी लड़कियों का गिरोह सामने आया है। आरोप है कि युवतियों के इस गिरोह ने एक युवक को निशाना बनाते हुए डेढ़ तोले की सोने की चेन लूट ली तथा फरार हो गईं। जिस स्थान पर लूटपाट की इस घटना को अंजाम दिया गया, वहां लगे CCTV में ये घटना कैद हो गई है। वहीं जो CCTV फुटेज सामने आए हैं, उनमें युवतियां युवक से विवाद करती दिखाई दे रही हैं। फिलहाल पुलिस आरोपियों की जाँच में जुटी है।

आरोप है कि जिस समय युवतियां उत्तम यादव नाम के युवक के साथ घटना को अंजाम दे रहीं थीं, उस वक़्त आसपास खड़े लोग तमाशबीन बने हुए थे। युवतियों ने उत्तम के साथ मारपीट करते हुए उसके हाथ और पीठ में काट लिया। पीड़ित ने एक युवती का हाथ पकड़ा तो उसने हाथ में दांतों से काट लिया तथा भाग गईं। पीड़ित शख्स ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की। घटना की खबर प्राप्त होने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची तथा जायजा लिया। सिटी कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे CCTV फुटेज चेक किए, इसी के साथ युवक उत्तम यादव के बयान दर्ज किए गए हैं।

पीड़ित शख्स ने पुलिस को बताया कि उस पर अचानक हमला किया गया। दो युवतियों के साथ एक लड़का भी मौजूद था। युवतियों ने मारपीट की एवं दांतों से काट लिया तथा डेढ़ तोले की सोने की चेन भी लूट ली। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में तहकीकात आरम्भ कर दी है। वह मौजूद लोगों का कहना है कि जिस प्रकार युवतियों की गिरोह ने घटना को अंजाम दिया, वो बेहद हैरान कर देने वाला है।

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Feb 16 2024, 12:10

*अजय माकन का सरकार पर बड़ा आरोप, बोले-कांग्रेस के सारे खाते फ्रीज, 210 करोड़ की पेनाल्टी भी*

#ajay_makan_said_congress_accounts_freezed_by_government

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रवक्ता अजय माकन ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार ने कांग्रेस पार्टी के सभी खाते फ्रीज कर दिए गए हैं।उन्होंने इसे लोकतंत्र की तालाबंदी बताया है।पार्टी के प्रवक्ता अजय माकन ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आयकर विभाग ने 2018-19 के आयकर रिटर्न के आधार पर कांग्रेस और यूथ कांग्रेस के खातों को फ्रीज कर दिया है। 

अजय माकन ने कहा कि आयकर विभाग ने इन दोनों खातों से 210 करोड़ रुपये की रिकवरी का भी आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे अकाउंट में जो भी क्राउडफंडिंग से जुटाई गई राशि है, उसे हमारी पहुंच से दूर कर दिया गया है।माकन ने कहा कि चुनाव के एलान से महज दो हफ्ते पहले ही विपक्षी पार्टी का अकाउंट फ्रीज कर दिया गया। यह लोकतंत्र को फ्रीज करने जैसा है। माकन ने बताया कि इस खाते में एक महीने की सैलरी भी दी है। हमने आयकर विभाग को उन दानकर्ताओं के नाम भी दिए हैं। कांग्रेस नेता ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्या वे यही चाहते हैं कि देश में सिर्फ एक ही पार्टी रहे।

अजय माकन ने यह भी जानकारी दी कि हमने अपीलेट में अर्जी दी थी। इसलिए हम मीडिया के सामने नहीं आए। अब वहां सुनवाई शुरू हुई तो हम सामने आए। उन्होंने बताया कि इस केस को विवेक तनखा वर्चुअली देख रहे हैं। 2018-19 के इनकम टैक्स रिटर्न के बेस पर 210 करोड़ की रिकवरी मांगी गई है। इस पर अजय माकन ने कहा कि हमने बस 30-40 दिन लेट जमा किया था क्योंकि वो चुनावी साल था। 14 लाख 40 हज़ार रुपए हमारे सांसदों ने कैश दिया उस आधार पर 210 करोड़ का नोटिस दिया। अजय माकन ने कहा कि अगर एकाउंट्स फ्रीज करने थे तो बीजेपी के करें क्योंकि इलेक्टोरल बांड से उनका पैसा उसे सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया है।

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Feb 16 2024, 11:30

*किसान आंदोलन में शामिल पंजाब के किसान को आया हार्ट अटैक, अस्पताल में तोड़ा दम*

#kisan_andolan_farmer_dies_of_heart_attack

फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी कानून और कर्जमाफी समेत 12 मांगों को लेकर दिल्ली कूच को आमादा किसान हरियाणा बॉर्डर पर डटे हैं। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों और सुरक्षाबलों की तैनाती के कारण तनाव की स्थिति बनी है। शंभू और दातासिंह वाला-खनौरी बॉर्डर पर किसानों ने दिल्ली कूच के लिए मोर्चा संभाले रखा, लेकिन आगे बढ़ने का प्रयास नहीं किया। अब रविवार तक किसान दिल्ली की तरफ नहीं बढ़ेंगे। 

हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर पर एक किसान की मौत हो गई। किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मृतक किसान की पहचान ज्ञान सिंह रुप में हुई है। ज्ञान सिंह किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। वह यहां पर अंबाला में शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे थे। वह गुरदासपुर जिले के रहने वाले थे। गुरुवार देर शाम उनके सीने में तेज़ दर्द की शिकायत के बाद उन्हें नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। फिलहाल आज उनके पार्थिव शरीर को शंभू बॉर्डर लाया जाएगा और किसान उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।

बता दें कि किसान आंदोलन के शुरुआती दो दिनों में पुलिस के साथ भिड़ंत में करीब 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें किसान और पुलिस कर्मी शामिल हैं।किसान और केंद्रीय मंत्रियों में गुरुवार देर शाम को चंडीगढ़ में वार्ता हुई। इस दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान भी मौजूद रहे। इस सकारात्मक बातचीत के बाद अब दोबारा रविवार को दोनों पक्षों में बातचीत होगी। मीटिंग के बाद किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने कहा कि हम मुद्दों पर चर्चा ही ना करते रह जाएं। समाधान भी निकालना चाहिए। इस पर केंद्र सरकार ने कहा कि उन्हें समय चाहिए।

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Feb 16 2024, 10:36

किसानों का भारत बंद आज, शंभू बॉर्डर पर पुलिस और किसानों में झड़प, पुलिस ने जारी किया प्रदर्शनकारियों का वीडियो

#farmersprotestbharat_bandh

किसान संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। दिनभर चलने वाला ये विरोध प्रदर्शन सुबह 6 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलेगा। किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर की मुख्य सड़कों पर चक्का जाम में शामिल होंगे। पंजाब में आज ज्यादातर स्टेट और नेशनल हाईवे चार घंटे के लिए बंद रहेंगे। देश की 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन से जुड़े करोड़ों की संख्या में मजदूरों ने भी राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।

शंभू बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प

भारत बंद के बीच शंभू बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प की खबर आ रही है.। पुलिस ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें प्रदर्शनकारी किसान सुरक्षाबलों पर पथराव करते नजर आ रहे हैं। इससे पहले बुधवार को भी शंभू बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे थे। इससे किसानों में अफरा तफरी मच गई थी।

भारत बंद को लेकर नोएडा पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने गुरुवार को कहा कि शुक्रवार को किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के मद्देनजर जिले भर में धारा 144 लागू की जाएगी, जिसमें अनधिकृत सार्वजनिक सभाओं पर रोक भी शामिल है। पुलिस ने दिल्ली जाने और आने वाले यात्रियों को नोएडा में किये गये यातायात परिवर्तन को लेकर आगाह किया और लोगों को असुविधा से बचने के लिए जहां तक संभव हो मेट्रो सेवा का इस्तेमाल करने की सलाह दी।

केंद्र और किसानों के बीच कोई समाधान नहीं

इससे पहले तीन केंद्रीय मंत्रियों और प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों के नेताओं के बीच गुरुवार देर रात यहां मैराथन बैठक बिना किसी समाधान के समाप्त हो गई। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि चर्चा “सकारात्मक” थी और बातचीत का एक और दौर रविवार को होगा। किसान नेताओं ने कहा कि वे पंजाब और हरियाणा के बीच दो सीमा बिंदुओं पर डटे रहेंगे। हालांकि तब तक शांति बनाए रखने पर सहमति बनी है। बैठक में यह तय किया गया कि रविवार की बैठक तक शंभू बॉर्डर पर किसान आगे नहीं बढ़ेंगे और हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री की तरफ से भी सीजफायर पर सहमति बनी। इससे पहले किसानों के साथ 8 और 12 फरवरी को दो बैठकें बेनतीजा रह चुकी है।

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Feb 15 2024, 20:08

किसान संगठनों का शुक्रवार को भारत बंद का ऐलान, जानें क्या खुला, क्या रहेगा बंद

#Farmersprotestbharatbandhon16february

किसानों के 16 फरवरी को भारत बंद के ऐलान किया है।संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर भारत बंद बुलाने की घोषणा की है। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बुलाए गए भारत बंद के तहत सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक विरोध प्रदर्शन चलने वाला है। केंद्र सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए किसान कई दिनों से दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें हरियाणा बॉर्डर के पास रोका गया है। ऐसे में अपनी मांगों के समर्थन में किसानों ने बंद का आह्वान किया है।

भारत बंद का आह्वान तब किया गया है जब पंजाब से मार्च कर रहे सैकड़ों किसानों को दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर दूर अंबाला के पास हरियाणा के साथ राज्य की सीमा पर रोक दिया गया है। हरियाणा सुरक्षा बलों ने उन्हें तितर-बितर करने की कोशिश करने के लिए उन पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी समान विचारधारा वाले किसान संगठनों से एकजुट होने और भारत बंद में भाग लेने का आग्रह किया है।

क्या खुला, क्या बंद?

16 फरवरी को किसान संघठनों की इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल की वजह से परिवहन, कृषि गतिविधियां, मनरेगा, ग्रामीण कार्य, निजी कार्यालय, गांव की दुकानें और ग्रामीण औद्योगिक और सेवा क्षेत्र के संस्थान बंद रहने की उम्मीद है। हालांकि कुछ रिपोर्टों में यह दावा किया गया है कि हड़ताल के दौरान आपातकालीन सेवाएं जैसे एम्बुलेंस संचालन, शादी, चिकित्सा दुकानें, बोर्ड परीक्षा के लिए जाने वाले छात्र आदि लोगों के प्रभावित होने की संभावना नहीं है।

मोर्चा के संयोजक डॉ. दर्शन पाल ने बताया है कि आपातकालीन सेवाएं, स्वास्थ्य सुविधाएं, परीक्षा के लिए छात्रों और हवाईअडडे से जाने के लिए लोगों को रास्ता दिया जाएगा। बंद के दौरान दवा की दुकानों को खुली रहने की छूट दी गई है और किसी की अंतिम यात्रा को भी बंद के दौरान रास्ता दिया जाएगा। इसके लिए पूरी तरह से समन्वय बनाया गया है। इसके अलावा सभी संस्थानों को बंद रखने का आहवान किया गया है।

बॉर्डर पर किसानों को रोका गया

बता दें कि पंजाब और हरियाणा के किसानों ने दिल्ली चलो मार्च निकाला है। इस समय अंबाला के पास शंभू बार्डर पर हरियाणा और पंजाब के पास किसानों को रोके रखा गया है। दिल्ली से किसान अभी 200 किलोमीटर दूर हैं। यहां किसानों पर जमकर आंसू गैस के बम छोड़े जा रहे हैं। हरियाणा-दिल्ली बार्डर पर किसानों का आंदोलन उग्र हो गया है।

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Feb 15 2024, 19:28

शरद पवार को बड़ा झटका,विधानसभा अध्यक्ष ने भी माना अजीत पवार गुट ही असली एनसीपी

महाराष्ट्र में एनसीपी विधायकों की अयोग्यता मामले में फैसला आ गया है। स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कहा कि अजित गुट को 41 विधायकों का समर्थन है। अजित पवार के पास शरद पवार से ज्यादा विधायकों का समर्थन है इसलिए अजित पवार का गुट ही असली एनसीपी है।बता दें कि 

शरद पवार गुट की ओर से अजित पवार समेत सभी 9 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की गई थी।

महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने गुरुवार को कहा कि जुलाई 2023 में जब पार्टी में दो गुट उभरे तो अजित पवार के नेतृत्व वाला समूह ही असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी थी। नार्वेकर ने आगे कहा कि विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग वाली सभी याचिकाएं खारिज की जाती हैं। दरअसल, पार्टी में टूट के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार के नेतृत्व वाले विरोधी गुटों ने अयोग्यता याचिकाएं दायर की थीं।

महाराष्ट्र में नवंबर 2019 में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सरकार बनी थी। इसके घटक दल राकांपा, शिवसेना और कांग्रेस थे, लेकिन 2022 में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद यह सरकार गिर गई और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भाजपा की सरकार सत्ता में आई। इसके बाद राकांपा के अजित पवार और आठ विधायक भी पिछले साल जुलाई में सरकार में शामिल हो गए थे।